Sonalika Tractors Success Story: 60 साल की उम्र में बना दी अरबों की कंपनी!

Sonalika Tractors Success Story: आपने सही पढ़ा है की सोनालिका ट्रैक्टर के मालिक 60 साल की उम्र में और वह की कंपनी बना डाली है अपने बिजनेस दुनिया में बहुत सारे ऐसे सक्सेस स्टोरी पर ही होंगे जिसमें नए युवाओं को बहुत ही कम उम्र में अच्छा बिजनेस बनाते हुए देखा होगा लेकिन आज सोनालिका ट्रैक्टर की सक्सेस स्टोरी और उनके मालिक ने किस प्रकार से सोनालिका ट्रैक्टर को करोड़ों की कंपनी बना डाली है उसके बारे में बहुत ही काम सुना होगा और आप 60 साल की उम्र में और वह की कंपनी बनाने के बारे में आप बहुत ही काम सुना होगा तो लिए आज इसी के बारे में पूरी विस्तार पूर्वक जानकारी लेते हैं

ऐसा इसलिए है क्योंकि माना जाता है कि एक उम्र के बाद इंसान सब कुछ करने का मन नहीं करता है पर इस बात को लक्ष्मण दास मित्तल ने गलत साबित करके दिखाया है आज हम आपके लिए बिजनेस की दुनिया में सक्सेस स्टोरी में उन व्यक्ति के बारे में बात करेंगे जो 60 साल की आयु में भारत के सबसे बड़े कंपनी सोनालिका ट्रैक्टर बनाई है

यहां पर हम बात कर रहे हैं लक्ष्मण दास मित्तल की जो भारत के ट्रैक्टर कंपनी से सोनालिका ट्रैक्टर के मालिक हैं और सोनालिका ट्रैक्टर सक्सेस स्टोरी के बारे में पढ़ेंगे और जानेंगे कि किस प्रकार से लक्ष्मण दास जी ने 60 साल की आयु में अर्बन की कंपनी बनाई है

इस प्रकार से हुई थी सोनालिका ट्रैक्टर सक्सेस स्टोरी की शुरुआत

लक्ष्मण दास मित्तल जी ने सोनालिका ट्रैक्टर कंपनी की शुरुआत साल 1995 में की थी इस कंपनी के शुरुआत मित्तल जी ने भारत के पंजाब राज्य से शुरू की थी सोनालिका ट्रैक्टर शुरू करने से पहले लक्ष्मण दास मित्तल भारत के सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी के एजेंट के तौर पर काम करते थे

लक्ष्मण दास मित्तल बहुत पहले अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते थे लेकिन पैसे नहीं होने के कारण उनको किसी कारण से जॉब करना पड़ा और अपना बिजनेस शुरू नहीं कर सके पर आखिरी जब उन्होंने अपनी जब से रिटायरमेंट ले ली तब जाकर उन्होंने 60 साल की उम्र में सोनालिका ट्रैक्टर की शुरुआत करने का फैसला किया

जिस उम्र में अधिकतर लोग सब कुछ छोड़कर आराम करते हैं और आराम की जिंदगी जीना चाहते हैं उसे उम्र में लक्ष्मण दास जी ने अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का ठान लिया और ट्रैक्टर इंडस्ट्री में उन्होंने अपना बिजनेस की शुरूआत किया क्योंकि उसे समय कुछ ज्यादा अच्छी ट्रैक्टर कंपनियां मौजूद नहीं थी और लक्ष्मण दास जी किसानों के लिए कुछ करना चाहते थे इसी को ध्यान में रखते हुए लक्ष्मण दास जी सोनालिका ट्रैक्टर की शुरुआत की थी

शुरू में करना पड़ा मुसीबत का सामना

अपने बिजनेस में से शुरू में उनको बहुत ही मुसीबत का सामना करना पड़ा था जैसा कि आप सभी जानते हैं कि किसी भी बिजनेस में शुरुआत में काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है शुरुआत में ज्यादा पैसे नहीं होने के कारण लक्ष्मण दास ने कई नई टेक्नोलॉजी पर काम नहीं कर पा रहे थे जिसके कारण उन्होंने मुसीबत का सामना करना पड़ा जब उनको टेक्नोलॉजी खोजने के बाद उन्होंने एक फाइनेंशियल मिला जिसे उनके लिए उन कंपनी में 22 करोड रुपए का लोन दिया था

उसे 22 करोड रुपए के लोन की मदद से लक्ष्मण दास जी ने अपने बिजनेस बढ़ाना शुरू किया और वहां से भी पीछे नहीं हटे और आज सोनालिका ट्रैक्टर भारत की बहुत प्रसिद्ध ट्रैक्टर कंपनी बन चुकी है

भारत की बड़ी ट्रैक्टर कंपनियों में शामिल

लक्ष्मण दास मित्तल जी ने काफी मेहनत की और उनकी मेहनत और लगन के कारण ही आज सोनालिका ट्रैक्टर कंपनी भारत की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है सोनालिका ट्रैक्टर का हेड क्वार्टर पंजाब के जालंधर में स्थित है इसके अलावा सोनालिका ट्रैक्टर कंपनी लगभग 74 अलग देश में भी काम कर रही है

अगर हम सोनालिका ट्रैक्टर की बिक्री की बात करें तो फाइनेंशियल ईयर 2023 में इनको लगभग डेढ़ लाख से अधिक ट्रैक्टर पूरी दुनिया में बिक चुके हैं वही ब्रांडिंग के मामले में भैया ट्रैक्टर नाम कमा चुका है और इस ट्रैक्टर का नाम इंडस्ट्री में काफी अच्छा ब्रांड में शामिल है

लक्ष्मण दास भारत के सबसे बुजुर्ग अरबपति है

सोनालिका ट्रैक्टर के मालिक लक्ष्मण दास मित्तल जी आज हमारे देश भारत के सबसे बुजुर्ग उम्र के अरबपति हैं अगर लक्ष्मण दास मित्तल का नेटवर्क की बात करें तो दुनिया की सबसे प्रसिद्ध मैगजीन फोर्ब्स के अनुसार इनकी नेटवर्क लगभग 2.6 बिलियन डॉलर की है यही नेटवर्क इन्हें भारत के सबसे बुजुर्ग उम्र की अरबपति बनती है इस समय लक्ष्मण दास जी की उम्र 93 साल की है लक्ष्मण दास जी से हम यह सीखना चाहिए कि कुछ भी उमरा करने के लिए उम्र केवल एक सिंपल नंबर होता है

Sonalika Tractors Success Story Overview

सोनालिका ट्रैक्टर के मालिक लक्ष्मण दास मित्तल है जिन्होंने 60 साल की उम्र में इस कंपनी की शुरुआत की थी इससे पहले वह भारत की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी में एजेंट के तौर पर काम कर चुके थे शुरुआत में इनको काफी परेशानी है का सामना करना पड़ा क्योंकि उनके पास अच्छे पैसे नहीं थे अभी सोनालिका ग्रुप लगभग 70 हजार एग्रीकल्चर ट्रैक्टर हर साल भारत के अन्य 70 देश में निर्यात करते हैं इनकी नेटवर्क की बात करें तो लगभग 23 हजार करोड रुपए से भी अधिक है या नेटवर्क Forbes पत्रिका के अनुसार हैं

आशा करते हैं कि यह आपकी आपको सोनालिका ट्रैक्टर की सक्सेस स्टोरी के बारे में जानकारी दी होगी इसीलिए इस पोस्ट को आप अपने दोस्त के साथ जरूर साझा करें ताकि उन्हें भी सोनालिका ट्रैक्टर सक्सेस स्टोरी की जानकारी मिल सके

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